General Knowledge GK Questions
इतिहास (History) प्राचीन इतिहास (Ancient History)
01. इनमें से कौन-सा पाषाण युग (Stone Age) के तीन प्रमुख कालों के अंतर्गत नहीं आता है?
(a) पुरापाषाण
(c) ताम्रपाषाण
(b) नवपाषाण
(d) मध्यपाषाण
उत्तर-(a) पुरापाषाण
Ans. (c): पाषाण युग में मनुष्य पत्थर के औजारों का उपयोग करता था। पाषाण युग के तीन चरण पुरापाषाण, मध्यपाषाण तथा नवपाषाण है। ताम्रपाषाण युग नवपाषाण युग के बाद आरम्भ हुआ जिसमें मनुष्य तांबे के औजारों का उपयोग करने लगा। लगभग 5000 ई.पू. में मनुष्य ने सर्वप्रथम तांबा धातु का प्रयोग किया था।
2. भीमबेटका की गुफाओं की खोज कब हुई थी?
(a) 1955-56
(b) 1957-58
(c) 1954-55
(d) 1953-54
RRB NTPC 14.03.2021 (Shift-II) Stage Ist
उत्तर-(b) 1957-58
भीमबेटका की गुफाएँ भारत के मध्य प्रदेश के रायसेन जिले में स्थित है। ये गुफाएँ चारों तरफ से विंध्य पर्वतमालाओं से घिरी हुई हैं, यह एक पुरापाषाणिक गुफा आवास है जिसकी निरन्तरता मध्य ऐतिहासिक काल तक रही। इसकी खोज डॉक्टर विष्णु श्रीधर वाकणकर द्वारा 1957-1958 में की गई। वर्ष 2003 में यूनेस्कों ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया।
3. भीमबेटका के शैलाश्रय निम्नलिखित में से किसके लिए प्रसिद्ध है?
(a) मौर्य वंश के दौरान की गई चित्रकारी के चिन्हों के कारण से
(b) मुगलों की मूर्तिकला के चिन्हों के कारण से
(c) प्रारंभिक द्रविड़ काल के चिन्हों के कारण से
(d) भारतीय उपमहाद्वीप पर मानव जीवन के प्राचीनतम चिन्हों के कारण से
उत्तर-(d) भारतीय उपमहाद्वीप पर मानव जीवन के प्राचीनतम चिन्हों के कारण से
मध्य प्रदेश के विन्ध्य क्षेत्र में भोपाल के दक्षिण पूर्व में भीमबेटका भारत के मध्यप्रदेश प्रान्त के रायसेन जिलें में स्थित एक पुरापाषाणिक आवासीय पुरास्थल है, जहाँ पर पाषाण कालीन शिला चित्रकारी पायी जाती है।
04. निम्नलिखित में से कौन सा मानव गतिविधियों एवं सभ्यता के प्राक्-ऐतिहासिक काल का सही कालानुक्रम है?
(a) पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल, नवपाषाण काल
(b) धातु युग काल, मध्यपाषाण काल, पुरापाषाण काल
(c) नवपाषाण काल, मध्यपाषाण काल, पुरापाषाण काल
(d) मध्यपाषाण काल, नवपाषाण काल, पुरापाषाण काल
उत्तर-(a) पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल, नवपाषाण काल
प्रागैतिहासिक काल से तात्पर्य इतिहास के उस युग से है जब मानव ने लिपि अथवा लेखन का विकास नहीं किया था और उसका जीवन पत्थरों के इर्द-गिर्द सीमित था इसीलिए इसे पाषाण काल भी कहते है। इस पाषाण काल अथवा प्रागैतिहासिक काल को तीन भागों में बांटकर देखा जा सकता है। पुरापाषाण काल, मध्यपाषाण काल तथा नवपाषाण काल।
5. हड़प्पा की अधिकांश मानक मुहरें नामक एक प्रकार के मुलायम पत्थर से बनी होती थीं, जो 2×2 विमा के साथ वर्गाकार आकृति का होता था, तथा जिसका उपयोग व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए किया जाता था।
(a) रोडोनाइट
(b) गोल्डन रूटाइल
(c) स्टिएटाइट
(d) सेलेनाइट
उत्तर-(c) स्टिएटाइट
6.धौलावीरा............... राज्य में स्थित है |
(a) गुजरात
(b) झारखंड
(c) राजस्थान
(d) छत्तीसगढ़
उत्तर-(a) गुजरात
7. वर्ष 1920- 21 के आस पास किस नदी के किनारे खुदाई के दौरान हड़प्पा शहर मिला?
(a) झेलम
(b) व्यास
(c) चेनाब
(d) रावी
उत्तर- (d) रावी
8. सिंधु घाटी सभ्यता के किस शहर का शाब्दिक अर्थ 'मृतकों का टीला' है?
(a) मेसोपोटामिया
(b) मोहनजोदड़ो
(c) बालाकोट
(d) हड़प्पा
उत्तर-(c) बालाकोट
9. 'मोहनजोदड़ो' शब्द का अर्थ क्या है?
(a) रहने का स्थान
(b) बाजार स्थल
(c) मृतकों का टीला
(d) पसंदीदा शहर
उत्तर-(c) मृतकों का टीला
10. मोहनजोदड़ो कहां स्थित है?
(a) खैबर पख्तूनख्वा
(b) पंजाब
(c) बलूचिस्तान
(d) सिंघ
उत्तर-(d) सिंघ
मोहनजोदड़ो का सिंधी भाषा में अर्थ 'मृतकों का टीला' होता है। यह सिंध (पाकिस्तान) के लरकाना जिले में सिंधु नदी के तट पर की थी। 16 स्थित है। इसकी खोज 1922 ई. में राखालदास बनर्जी ने यहाँ की शासन व्यवस्था राजतंत्रात्मक न होकर जनतंत्रात्मक थी।
11. हड़प्पा सभ्यता का कौन सा शहर विशिष्ट रूप से मनके बनाना, सीप काटना, धातु की वस्तुएं बनाना, मुहर बनाना और तराजू का निर्माण करना आदि कार्यों सहित शिल्प उत्पादन के लिए समर्पित था?
(a) मोहनजोदड़ों
(b) नागेश्वर
(c) हड़प्पा
(d) चन्हुदड़ों
उत्तर- (d) चन्हुदड़ों
मोहनजोदड़ो से 80 मील दक्षिण में स्थित चन्हृदड़ो की खोज सर्वप्रथम 1931 में एम. जी. मजूमदार ने की थीं। यहाँ सैंधव संस्कृति के अतिरिक्त प्राक हड़प्पा संस्कृति जिसे झुकर एवं झाकर संस्कृति कहते है, के अवशेष मिले हैं। यहाँ के निवासी कुशल कारीगर थे, इसका प्रमाण इस बात से मिलता है कि यह मनके, सीप, मुहर तथा मुद्रा बनाने का प्रमुख केन्द्र था। यह एक मात्र स्थल है, जहाँ से वक्राकार इंटे मिली है।
12. सिंधु घाटी सभ्यता के निम्न में से किस स्थल को सबसे पहले खोजा गया था?
(a) मोहनजोदड़ो
(b) हड़प्पा
(c) लोथल
(d) कालीबंगा
उत्तर- (b) हड़प्पा
सिंधु घाटी सभ्यता के स्थल हड़प्पा का उत्खनन 1921 में दयाराम साहनी द्वारा कराया गया था। इस प्रकार इस सभ्यता का नाम हड़प्पा सभ्यता रखा गया तथा यह सभ्यता सिंधु नदी घाटी में फैली हुई थी इसलिए इसका नाम सिंधु घाटी सभ्यता रखा गया। 1922 में राखालदास बनर्जी ने मोहनजोदड़ो की खोज की थी।
13. इनमें से कौन सा हड़प्पा स्थल गुजरात में पाया गया है?
(a) बालाथल
(b) खांडिया
(c) धौलावीरा
(d) मांडा
उत्तर- (c) धौलावीरा
14. निम्नलिखित में से कौन सा स्थल सिंधु घाटी सभ्यता का हिस्सा नहीं है?
(a) मोहनजोदड़ो
(b) हड़प्पा
(c) लोथल
(d) उरूक
उत्तर- (d) उरूक
सिन्धु घाटी सभ्यता के प्रमुख स्थल-मोहनजोदड़ो, कालीबंगा, हड़प्पा, धौलावीरा, लोथल तथा राखीगढ़ी थे, जबकि उरूक एक सुमेरियन सभ्यता का शहर था। सिन्धु सभ्यता या हड़प्पा के प्रारम्भिक स्थल सिन्धु नदी के आस-पास केन्द्रित था। अतः इसे सिन्धु सभ्यता कहा गया। भारतीय उपमहाद्वीप में यह 'प्रथम नगरीय क्रान्ति' की अवस्था को दर्शाती है।
15. सिंधु सभ्यता के इनमें से किन स्थलों में जलाशयों के साक्ष्य मिले हैं?
(a) कालीबंगा
(b) धौलावीरा
(c) कोट दीजी
(d) लोथल
उत्तर-(b) धौलावीरा
धौलावीरा गुजरात के कच्छ के रण में स्थित है, इसकी खोज जे.पी. जोशी (1967-68) ने की। यह नगर आयताकार बना था। यहाँ से एक विशाल जलाशय का साक्ष्य मिलता है। सुरकोटदा से कलश शवाधान के साक्ष्य मिले हैं। रोपड से सेलखड़ी की मुहर, मृदभांड एवं कुल्हाड़ी आदि के साक्ष्य पाये गये हैं। यहाँ के निवासी जलसंचय की कुशल अभियान्त्रिक कला से परिचित थे।
16. पुरातात्विक स्थल 'सुरकोटडा (Surkotada)' किस राज्य में स्थित है?
(a) राजस्थान
(b) पंजाब
(c) बिहार
(d) गुजरात
उत्तर-(d) गुजरात
17. 1944 में, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के महानिदेशक के रूप में किसने पदभार संभाला और हड़प्पा की खुदाई का जिम्मा लिया?
(a) दया राम साहनी
(b) जॉन मार्शल
(c) रखाल दास बनर्जी
(d) रेम (REM) व्हीलर
उत्तर- (d) रेम (REM) व्हीलर
18. प्रसिद्ध सिंधु घाटी स्थल मोहनजोदड़ो की पहली बार खुदाई किस प्रख्यात भारतीय पुरातत्वविद् द्वारा की गई थी?
(a) एस. आर. राव
(b) बी.बी.लाल
(c) आर.डी. बैनर्जी
(d) दया राम साहनी
उत्तर-(c) आर.डी. बैनर्जी
मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ 'मृतकों का टीला' है। यह पाकिस्तान के सिंध प्रांत के लरकाना जिले में सिंधु नदी के तट पर स्थित है। इसकी खोज राखालदास बनर्जी ने 1922 में की थी। मोहनजोदड़ो का सबसे महत्वपूर्ण स्थल विशाल स्नानागार है, यह 11.88 मी. लम्बा, 7.01 मी. चौड़ा तथा 2.43 मी. गहरा है. मोहनजोदड़ो की सबसे बड़ी इमारत विशाल अन्नागार है, जो 45.71 मी. लम्बा और 15.23 मी. चौड़ा है। यहाँ से प्राप्त अन्य अवशेषों में कांसे की नृत्य करती नारी की मूर्ति, योगी की मूर्ति, मुद्रा पर अंकित पशुपति नाथ (शिव) की मूर्ति, घोड़े के दांत इत्यादि हैं।
19. सिंधु घाटी सभ्यता वर्ष पुरानी है और दक्षिण में गंगा घाटी के निचले क्षेत्रों व उत्तर में मालवा तक फैली हुई थी।
(a) 1000 ईसा पूर्व
(b ) 5000 ईसा पूर्व
(c) 3000 ईसा पूर्व
(d) 8000 ईसा पूर्व
उत्तर-(c) 3000 ईसा पूर्व
सिंधु घाटी सभ्यता को हड़प्पा सभ्यता भी कहा जाता है। इस सभ्यता का नामकरण हड़प्पा नामक स्थल जहाँ यह संस्कृति पहली बार खोजी गई थी, के नाम पर किया गया है। यह स्थल रावी नदी के तट पर स्थित है। इसकी खोज 1921 ई. में दयाराम साहनी एवं माधोस्वरूप वत्स द्वारा की गयी थी। इस हड़प्पा स्थल की वर्तमान भौगोलिक स्थिति पाकिस्तान का माण्टगोमरी जिला है।
20. सिंधु सभ्यता के लोग .................. बनाने के लिए तांबे और टिन को मिश्रित करते थे।
(a) सीसा
(b) कांस्य
(c) लोहा
(d) सोना
उत्तर- (b) कांस्य
21.भारत का इतिहास होता है, जो लगभग सिंधु घाटी सभ्यता के जन्म से शुरू अस्तित्व में आयी थी।
(a) 2500 ईसा पूर्व
(b) 4500 ईसा पूर्व
(c) 1500 ईसा पूर्व
(d) 6500 ईसा पूर्व
उत्तर- (a) 2500 ईसा पूर्व
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